आज, 9 जुलाई 2025, को भारत में “भारत बंद” हो रहा है। यह बंद देशव्यापी हड़ताल है जिसे विभिन्न मजदूर संघों, किसान संगठनों और कर्मचारी यूनियनों ने बुलाया है।

🔴 भारत बंद: क्या और क्यों?
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आह्वानकर्ता: १० केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त मंच, जिनमें AITUC, CITU, HMS, INTUC, AIUTUC, TUCC, LPF, UTUC, BEFI जैसे प्रमुख संगठन शामिल हैं। इनके साथ संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) एवं कई ग्रामीण मजदूर संगठन भी जुड़े हुए हैं bangla.indiatimes.com+4republicbharat.com+4hindi.moneycontrol.com+4republicbharat.com+6abplive.com+6dainiksaveratimes.com+6।
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मुख्य उद्देश्य:
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श्रम-संहिताओं (चार नए लेबर कोड) को तत्काल प्रभाव से लागू करने, जिससे माना जाता है कि मजदूरों के अधिकार सीमित हो रहे हैं।
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सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और कार्यों का निजीकरण/आउटसोर्सिंग (ठेका पर आधारित भर्ती) विरोधी प्रतिक्रिया उत्पन्न कर रहा है।
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नौकरी की अस्थिरता बढ़ी है, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ भी विरोध दर्ज किया गया है।
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यूनियनों का यह भी आरोप है कि सरकार पिछले 10 वर्षों से वार्षिक श्रम सम्मेलन नहीं बुला रही bhaskarnewsline.com+2abplive.com+2hindi.moneycontrol.com+2।
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सरकार की श्रम सुधार नीतियों, मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी, और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध।
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इसमें लगभग 25 करोड़ (250 मिलियन) मजदूरों और कर्मचारियों के भाग लेने की संभावना है।
📌 प्रमुख मांगें
गीतांजलि श्रम-संहिताओं का रद्दीकरण या संशोधन
सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण बंद हो
यूनियनों के भीतर सामूहिक सौदेबाजी और हड़ताल के अधिकार सुरक्षित हों
बारह घंटे कार्यदिवस जैसे बदलावों को हिंदी में स्पष्ट किया जाए
स्थायी जीवन-चर्या सुरक्षा, न्यूनतम आय ₹26,000 मासिक, पेन्सन योजना बहाल और रोजगार सुनिश्चित करने हेतु ग्रामीण एवं शहरी रोजगार योजनाएँ विस्तारित हों reddit.com+12republicbharat.com+12hindi.moneycontrol.com+12।
⚠️ किन सेवाओं पर असर पड़ेगा?
प्रभावित सेवाएं:
🏦 बैंकिंग और बीमा सेक्टर – चेक क्लियरिंग, नकद लेनदेन जैसी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
🚛 ट्रांसपोर्ट/यातायात – बसें, ऑटो, ट्रक आदि की हड़ताल और सड़कों पर जाम की आशंका।
📮 डाक सेवा – डाक वितरण और सरकारी पोस्ट सेवाओं पर असर।
🏗️ कोयला खनन, हाईवे निर्माण, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियाँ – हड़ताल में शामिल।
चालू सेवाएं:
🏫 स्कूल, कॉलेज – ज़्यादातर खुले रहेंगे, कोई आधिकारिक छुट्टी नहीं।
🏥 एमरजेंसी सेवाएं, हॉस्पिटल, मेडिकल स्टोर – सामान्य रूप से कार्यरत।
✈️ एयर ट्रैवल और मेट्रो – सामान्य रूप से चल रहे हैं।
🏢 निजी दफ्तर और मार्केट – ज़्यादातर खुले हैं, लेकिन स्थानीय स्तर पर असर संभव।
🚌 यात्रा सलाह:
यात्रा करने से पहले ट्रैफिक या ट्रेन अपडेट्स जरूर चेक करें।
स्थानीय प्रदर्शन और सड़क जाम की संभावना है – अत: अतिरिक्त समय लेकर चलें।
🛡️ राज्य-स्तरीय स्थिति: कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
बंगाल सरकार ने कर्मचारियों को ड्यूटी पर रहने का निर्देश जारी किया; अनुपस्थिति को “dies non” मानते हुए रिपोर्ट 31 जुलाई से माँगी गई timesofindia.indiatimes.com।
5000 पुलिस कर्मी ट्रैफिक एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात, कंट्रोल रूम सक्रिय रहे ।
बस, मेट्रो, फेरी, ट्राम, निजी वाहन सेवाएं सामान्य, अतिरिक्त बस सर्विस भी चलाई गई ।
स्कूल–कॉलेज खुले, पर माता-पिता को ट्रैवल परिस्थितियों के अनुसार भेजने की सलाह दी गई ।
बैंकों में कामकाज प्रभावित, विशेषकर सार्वजनिक/सहकारी शाखाओं में bhaskarnewsline.com+3haribhoomi.com+3jagoindiajago.news+3।
🌄 राज्य-स्तरीय स्थिति: छत्तीसगढ़
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मिश्रित असर:
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बस्तर, कोंडागांव, बीजापुर जैसे आदिवासी बहुल इलाकों में तख्तापलट जैसा माहौल—बाजार बंद, चक्काजाम, प्रदर्शन, बैरिकेडिंग हुई; भारी पुलिस-बल तैनात किया गया jagoindiajago.newsetvbharat.com।
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सरगुजा, धमतरी, कबीरधाम में बंद का असर कम से मध्यम–कहीं दुकानें खुलीं, स्कूल-कॉलेज खुले रहे; पर पुलिस सतर्कता की गई ।
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रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा जैसे महानगरों में असर बहुत हल्का, स्कूल, पेट्रोल पंप, हॉस्पिटल, निजी ऑफिस आदि सामान्य रूप से कार्यरत रहे; छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने बंद का समर्थन नहीं किया ।
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🌐 अन्य राज्य/शहरों में स्थिति
मुंबई: लोकल ट्रेनें, ऑटो, कैब, मॉल सक्रिय रहे; खुदरा व्यापारी खुले रहे; पर किसान समर्थन में कुछ मंडियों ने बंद संभव बनाया jagoindiajago.news।
दिल्ली/एनसीआर: प्रदर्शनकारियों के रोड जाम की संभावना; राजमार्गों (जैसे NH‑24) पर पुलिस द्वारा बंद कीχη गई सुरक्षा; सामान एवं ट्रैवल प्रभावित हो सकता है navbharattimes.indiatimes.com+5reddit.com+5abplive.com+5।
अन्य राज्यों (तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मणिपुर आदि) में अधिकतर बस-रेल सेवाएँ सामान्य रहीं; फिर भी नागरिकों को रूट बदलने या समय में ढील देने को कहा गया ।
🚨 आपके लिए सुझाव:
बैंक/डाक का उपयोग आज टालें – यदि अनिवार्य हो तो सुबह जल्दी कर्ज लें क्योंकि चेक क्लियरेंस और शाखा सेवाएं बाधित हो सकती हैं republicbharat.com।
- ट्रैवल प्लानिंग करें – रेलवे टिकट/समय की जांच करें; सड़क यात्रा में विशेष रूप से आदिवासी इलाकों में रोड जाम और बैरिकेडिंग हो सकती है
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- स्कूल/कॉलेज/दफ्तरी योजनाएं – स्थितियों के आधार पर तय करें; खासकर आदिवासी इलाकों या बंद-प्रभावित स्थानों में होमवर्क या वर्क फ्रॉम होम का विकल्प रखें
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- आवश्यक सेवाओं का भरोसा रखें – एम्बुलेंस, हॉस्पिटल, मेडिकल स्टोर व आपात सेवा काम कर रही है, इन्हें चुनिंदा रूप से ही उपयोग करें
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स्थानीय अपडेट की निगरानी करें – पुलिस सूचना, यातायात रिपोर्ट और स्थानीय समाचार/निगरानी सिस्टम देखना फायदेमंद होगा।
🧭 निष्कर्ष
9 जुलाई 2025 के इस भारत बंद में देशव्यापी 25–30 करोड़ से अधिक कामगार, किसान और कार्यकर्ता शामिल हुए। इसका सबसे बड़ा असर बैंकिंग, डाक, कोयला खनन, राज्य/सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट और सार्वजनिक क्षेत्र पर रहा। निजी ऑफिस, खुदरा बाजार, मेट्रो, एयरलाइंस और आपात सेवाओं को छोड़कर बाकी अधिकांश सक्रिय रहे।
बड़े शहरों (जैसे रायपुर, कोलकाता, मुंबई, दिल्ली) में ठीक-ठाक व्यवस्था बनी रही—सरकार और पुलिस प्रबंधन के कारण सुविधा बनी रही।
लेकिन आदिवासी/ग्रामीण क्षेत्रों (जैसे बस्तर, कोंडागांव, बीजापुर) में काफी संघर्षपूर्ण स्थिति देखने को मिली—बाजार बंद, तोड़फोड़, चक्का-जाम और प्रदर्शन जारी रहे।
आप अगर किसी खास शहर या जिले में हैं—जैसे आपके शहर इंदौर या रायपुर—तो मैं उस इलाके का रीयल टाइम ट्रैफिक, पुलिस अपडेट, बैंक या स्कूल स्थिति तुरंत बताकर मदद कर सकता हूँ।